cibil score update : इस लेख के अंत तक हम आपको cibil score की पूरी जानकारी देंगे कैसे आप इसे बढ़ा सक्ते है ये सिर्फ हम आपको बताएंगे तो अंत तक पढ़ो ,अगर आपने हाल ही में कोई लोन या क्रेडिट कार्ड बिल चुकता किया है और सोच रहे हैं कि CIBIL स्कोर में इसका असर कब दिखेगा, तो अब आपके इंतजार की घड़ियां खत्म होने वाली हैं। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने अब CIBIL स्कोर अपडेट को लेकर एक नया नियम लागू किया है जिससे लाखों लोगों को सीधा फायदा होगा।सबसे जल्द अपडेट सिर्फ हम ही देते है .
अब हर 15 दिन में होगा CIBIL स्कोर अपडेट
RBI ने बैंकों और क्रेडिट इंफॉर्मेशन कंपनियों (CIC) को यह निर्देश दिया है कि अब वे हर 15 दिन में ग्राहकों का क्रेडिट डेटा अपडेट करें। पहले यह प्रक्रिया महीने में एक बार होती थी, जिससे लोगों को लोन या क्रेडिट कार्ड चुकाने के बाद भी लंबे समय तक इंतजार करना पड़ता था।
पहले क्यों होती थी देरी?
पहले जब कोई व्यक्ति लोन चुका देता था या क्रेडिट कार्ड का पूरा बिल भर देता था, तब भी उसका स्कोर कई हफ्तों या महीनों तक अपडेट नहीं होता था। इससे लोग परेशान रहते थे और उन्हें नए लोन के लिए आवेदन करने में परेशानी होती थी। अब इस समस्या पर RBI ने सख्ती से रोक लगाने का फैसला किया है।
बैंकों को हर दो हफ्ते में देनी होगी रिपोर्ट
अब सभी बैंक और फाइनेंशियल संस्थान अनिवार्य रूप से हर 15 दिन में अपने ग्राहकों की क्रेडिट जानकारी संबंधित क्रेडिट इंफॉर्मेशन कंपनियों को भेजेंगे। इससे CIBIL स्कोर जल्दी अपडेट होगा और लोगों को रियल-टाइम स्कोर देखने को मिलेगा।
ग्राहकों को क्या होगा फायदा?
जल्दी मिलेगा अपडेटेड स्कोर: अब लोन चुकाने के बाद महीनों इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
नई लोन एप्लिकेशन में मदद: सही स्कोर होने पर तुरंत नए लोन के लिए आवेदन किया जा सकेगा।
क्रेडिट कार्ड भुगतान का फायदा: अगर आपने बकाया चुका दिया है तो 15 दिन में स्कोर में सुधार दिखेगा।
अच्छा व्यवहार जल्दी दिखेगा: EMI समय पर भरना या कोई भी अच्छा क्रेडिट व्यवहार अब जल्द स्कोर में रिफ्लेक्ट होगा।
CIBIL स्कोर की रेंज क्या होती है?
CIBIL स्कोर 3 अंकों की संख्या होती है जो 300 से 900 के बीच होती है।
750 और उससे ऊपर: बेहतरीन स्कोर, आसानी से लोन मिल सकता है।
700–750: ठीक-ठाक स्कोर, कुछ शर्तों पर लोन मिलेगा।
600–700: कमजोर स्कोर, लोन मिलने में दिक्कत और ब्याज दर ज्यादा हो सकती है।
600 से कम: बहुत कमजोर स्कोर, लोन रिजेक्ट होने की संभावना ज्यादा।
कौन से स्कोर पर लोन मिलता है?
आमतौर पर बैंक और NBFC कंपनियां 750 या उससे ज्यादा स्कोर वाले लोगों को प्राथमिकता देती हैं। 600 से कम स्कोर होने पर लोन मिलना मुश्किल हो सकता है या फिर काफी ज्यादा ब्याज दर पर मिल सकता है।
स्कोर सुधारने के आसान तरीके
EMI और क्रेडिट कार्ड की भुगतान समय पर करें।
एक साथ बहुत सारे लोन न लें।
क्रेडिट कार्ड का पूरा बिल भरें, मिनिमम पेमेंट से बचें।
अपने स्कोर को नियमित रूप से जांचें और गलत जानकारी होने पर क्रेडिट ब्यूरो से संपर्क करें।
ओवरड्राफ्ट से बचें और सीमित क्रेडिट उपयोग करें।
बैंक और क्रेडिट कंपनियों को भी होगा फायदा
RBI के इस नए नियम से न केवल ग्राहकों को फायदा होगा, बल्कि बैंकों और क्रेडिट एजेंसियों को भी रिपोर्टिंग और लोन अप्रूवल प्रक्रिया में पारदर्शिता मिलेगी। डेटा सही समय पर अपडेट होने से गलतफहमी और पुराने रिकॉर्ड की दिक्कतें भी दूर होंगी