petrol and diesel price : आभी तजाखबरआरही है की सरकार ने भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बोहोत ज्यादा प्रमाण मै गिरावट की है , जिससे आम जनता से लेकर उद्योग जगत तक सभी को राहत मिली है। यह गिरावट कच्चे तेल की कीमतों में कमी और सरकार द्वारा टैक्स में की गई कुछ कटौती की वजह से संभव हो पाई है ,चलो जानते है किन राज्यों मै की है ज्यादा गिरावट
हर राज्य में दिखा असर
आखिर कार पेट्रोल और डिजेल हो गया सस्ता ,भारत के लगभग सभी राज्यों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है। इससे ट्रांसपोर्ट, खेती और उद्योगों में इस्तेमाल होने वाले ईंधन की लागत घटने लगी है, जिसका सीधा फायदा उपभोक्ताओं को मिल रहा है।
उदाहरण के लिए:
दिल्ली में पेट्रोल ₹95.85 और डीजल ₹86.75 प्रति लीटर हो गया है।
मुंबई में पेट्रोल ₹101.52 और डीजल ₹93.29 प्रति लीटर है।
चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों में भी कीमतें कम हुई हैं।
डीजल की कीमत में राहत और कृषि पर असर
डीजल की कीमतों में गिरावट से सबसे ज्यादा फायदा कृषि क्षेत्र को हुआ है। खेती-किसानी में ट्रैक्टर और सिंचाई के लिए डीजल की जरूरत होती है। इससे किसानों के खर्च में कमी आएगी, जिससे उनकी आमदनी पर सकारात्मक असर पड़ेगा।
साथ ही, ट्रांसपोर्ट और लॉजिस्टिक्स सेक्टर की लागत भी घटेगी, जिससे वस्तुओं की कीमतें स्थिर रहने की संभावना है।
प्रमुख शहरों में नई कीमतें
यहाँ कुछ प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीजल की नई कीमतें दी गई हैं (अक्टूबर 2023 के अनुसार):
शहर | पेट्रोल (₹/लीटर) | डीजल (₹/लीटर) |
---|---|---|
दिल्ली | 95.85 | 86.75 |
मुंबई | 101.52 | 93.29 |
कोलकाता | 99.45 | 91.62 |
चेन्नई | 97.90 | 91.43 |
बेंगलुरु | 100.58 | 92.04 |
हैदराबाद | 103.56 | 97.82 |
राज्यों के बीच कीमतों का अंतर
भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थानीय टैक्स, वैट और सेस के आधार पर अलग-अलग होती हैं। जैसे:
राजस्थान और महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा टैक्स लगता है।
उत्तर प्रदेश और गुजरात जैसे राज्यों में तुलनात्मक रूप से कम टैक्स है।
कीमतें घटी क्यों?
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गिरावट के पीछे ये कारण रहे:
कच्चे तेल की कीमत में गिरावट (अंतरराष्ट्रीय बाजार में)
सरकार द्वारा टैक्स में कटौती
मांग में कमी, विशेषकर महामारी और वैश्विक मंदी के कारण
आपूर्ति श्रृंखला में सुधार
उपभोक्ताओं की राय
देशभर में उपभोक्ता पेट्रोल और डीजल की कीमतों में स्थिरता की मांग करते हैं। कीमतों के बढ़ने से घरेलू बजट प्रभावित होता है। जबकि कीमतें घटने से आम आदमी को सीधी राहत मिलती है।
किसान इसे राहत का संकेत मानते हैं।
ट्रक चालक और लॉजिस्टिक्स कंपनियाँ इससे लाभ में रहती हैं।
मध्यम वर्ग के बजट पर भी सकारात्मक असर पड़ता है।
आगे क्या उम्मीद की जा सकती है?
भविष्य में पेट्रोल और डीजल की कीमतें कई कारकों पर निर्भर करेंगी:
कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतें
सरकार की टैक्स नीति
वैश्विक व्यापार और राजनीतिक स्थिरता
मौसमी मांग और उत्पादन