Sahara India Refund Re Submission सहारा इंडिया में निवेश करने वाले उन लाखों लोगों के लिए राहत की खबर है जिनके रिफंड आवेदन पहले किसी कारण से रिजेक्ट हो गए थे। अब ऐसे सभी निवेशकों को अपना आवेदन दोबारा भरने का मौका मिल रहा है, और वो भी बिना किसी शुल्क के। सरकार द्वारा दी गई इस सुविधा के तहत अब कोई भी पात्र निवेशक अपने रिफंड से वंचित नहीं रहेगा।
क्या है सहारा इंडिया रिफंड री-सबमिशन प्रक्रिया?
सहारा इंडिया रिफंड री-सबमिशन एक नई प्रक्रिया है, जिसे सहकारिता मंत्रालय ने शुरू किया है। जिन निवेशकों के पहले आवेदन खारिज हो गए थे, वे अब mocresubmit.crcs.gov.in वेबसाइट पर जाकर अपना फॉर्म दोबारा भर सकते हैं या उसमें सुधार कर सकते हैं। यह प्रक्रिया बिल्कुल मुफ्त है, और इसमें किसी भी प्रकार की पेनल्टी या अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होता।
री-सबमिशन प्रक्रिया की खास बातें
तेज़ और आसान प्रक्रिया: आवेदन भरने में अधिक समय नहीं लगता और वेबसाइट इंटरफेस भी सरल है।
बिना अनुमति के फॉर्म भरें: किसी विशेष परमिशन की आवश्यकता नहीं है, आप खुद ही फॉर्म को दोबारा भर सकते हैं।
सुधार की सुविधा: पहले से भरे फॉर्म में अगर कोई गलती हो तो उसे ठीक किया जा सकता है।
गारंटीकृत रिफंड: री-सबमिशन के बाद रिफंड मिलने की गारंटी है, जिससे निवेशकों को राहत मिलती है।
रिफंड की वर्तमान स्थिति
अब तक सहारा इंडिया द्वारा दो किस्तें दी जा चुकी हैं और कुछ राज्यों में तीसरी किस्त भी जारी की जा चुकी है।
पहली किस्त में निवेशकों को ₹10,000 दिए गए थे।
अब रिफंड की सीमा को बढ़ाया गया है।
निवेशकों को मिलने वाली राशि पर 6% वार्षिक ब्याज भी दिया जा रहा है, जिससे उनकी आर्थिक हानि की भरपाई हो सके।
कंपनी का लक्ष्य है कि 2027 तक सभी पात्र निवेशकों को उनका पैसा वापस मिल जाए।
कैसे करें आवेदन?
री-सबमिशन के लिए आवेदन करना बहुत ही आसान है:
आधिकारिक वेबसाइट (mocresubmit.crcs.gov.in) पर जाएं।
लॉगिन करें और री-सबमिशन लिंक पर क्लिक करें।
नया पेज खुलेगा जिसमें आपको अपनी व्यक्तिगत जानकारी भरनी होगी।
यदि पहले से फॉर्म भरा हुआ है, तो उसमें संशोधन करें या नया फॉर्म भरें।
सभी जानकारी भरने के बाद फॉर्म सबमिट करें।
आवेदन की स्थिति को ट्रैक करना न भूलें।
आवेदन के 30-45 दिनों के भीतर रिफंड की राशि सीधे आपके बैंक खाते में DBT (Direct Benefit Transfer) के जरिए भेज दी जाती है।
क्या करें अगर रिफंड नहीं मिले?
यदि री-सबमिशन के बावजूद रिफंड नहीं मिला, तो निम्नलिखित बातों की जांच करें:
आपका बैंक खाता सक्रिय है या नहीं।
KYC और DBT की स्थिति अपडेटेड है या नहीं।
खाते पर कोई होल्ड या फ्रीज तो नहीं है।
अगर कोई दिक्कत है तो आप हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करके अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
सरकार का संकल्प
यह पूरी प्रक्रिया सहकारिता मंत्रालय की देखरेख में चलाई जा रही है और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के अनुसार निवेशकों को उनका पैसा लौटाने की कोशिश हो रही है। सरकार का स्पष्ट लक्ष्य है कि कोई भी पात्र निवेशक रिफंड से वंचित न रहे।
सहारा इंडिया रिफंड री-सबमिशन 2025 उन निवेशकों के लिए एक सुनहरा मौका है जो पहले रिफंड से वंचित रह गए थे। अब बिना किसी शुल्क के दोबारा फॉर्म भरकर आप अपना पैसा वापस पा सकते हैं। इसलिए इस अवसर का लाभ जरूर उठाएं और आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर जल्द से जल्द आवेदन करें।
अस्वीकरण: यह जानकारी केवल सामान्य मार्गदर्शन के लिए है। रिफंड की ताज़ा स्थिति और नियमों के लिए आधिकारिक वेबसाइट या संबंधित अधिकारियों से संपर्क करें