देशभर में जारी भीषण गर्मी और लगातार बढ़ते तापमान के चलते राज्य सरकारों ने छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक बड़ा फैसला लिया है। अब कई राज्यों में स्कूल और कॉलेजों को 30 दिनों तक बंद रखने का आदेश जारी किया गया है। यह फैसला छात्रों के स्वास्थ्य और हीटवेव से सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है।
भीषण गर्मी ने बढ़ाई परेशानी
इस वर्ष गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। उत्तर भारत के कई राज्यों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से भी ऊपर जा पहुंचा है। चिलचिलाती धूप और लू के कारण न केवल आम जनजीवन प्रभावित हुआ है बल्कि बच्चों की सेहत पर भी गंभीर असर देखने को मिला है। ऐसे में सरकार के इस निर्णय को अभिभावकों और शिक्षकों ने भी सही ठहराया है।
इन राज्यों में लागू हुआ अवकाश आदेश
राज्यों की बात करें तो उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और झारखंड जैसे राज्य गर्मी से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। इन्हीं राज्यों की सरकारों ने 30 दिनों की छुट्टियों की घोषणा की है। आदेश के अनुसार, सरकारी और निजी दोनों प्रकार के विद्यालय और कॉलेज आगामी 10 जुलाई 2025 तक बंद रहेंगे।
नया स्कूल शेड्यूल और पढ़ाई का प्लान
शिक्षा विभाग की तरफ से यह स्पष्ट किया गया है कि स्कूलों को फिलहाल 10 जुलाई तक बंद रखा जाएगा। इस अवधि में विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके लिए स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि वे घर बैठे छात्रों को असाइनमेंट दें और ऑनलाइन शिक्षा सामग्री उपलब्ध कराएं।
अधिकतर स्कूलों ने अब वर्कशीट्स, डिजिटल क्लासेस, और एजुकेशनल ऐप्स के माध्यम से बच्चों की पढ़ाई को जारी रखने की व्यवस्था कर दी है।
अभिभावकों के लिए महत्वपूर्ण सलाह
इस गर्म मौसम में बच्चों को विशेष देखभाल की जरूरत है। डॉक्टरों और विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार, लू और हीट स्ट्रोक के खतरे को देखते हुए निम्न बातों का ध्यान रखना जरूरी है:
बच्चों को धूप में बाहर जाने से रोकें
उन्हें अधिक से अधिक पानी और तरल पदार्थ पिलाएं
घर के अंदर ठंडी और हवादार जगह पर रखें
ठंडे व हल्के भोजन का सेवन कराएं
पढ़ाई के लिए मोबाइल, लैपटॉप या टीवी का सीमित और उपयोगी उपयोग करें
आदेश की पुष्टि कैसे करें?
राज्य सरकारों ने अपने आधिकारिक पोर्टल और सोशल मीडिया हैंडल्स पर अवकाश संबंधी आदेश अपलोड कर दिए हैं। इसके अलावा, सभी स्कूलों और कॉलेजों को भी यह आदेश भेजा जा चुका है। अभिभावक चाहें तो नजदीकी स्कूल या शिक्षा विभाग से संपर्क करके भी इसकी पुष्टि कर सकते हैं।
गर्मी के इस कठिन समय में सरकार द्वारा स्कूलों को बंद करने का निर्णय समयानुकूल और जरूरी है। इससे बच्चों की सेहत सुरक्षित रहेगी और वे घर पर रहकर पढ़ाई भी जारी रख सकेंगे। अभिभावकों को चाहिए कि वे इस अवकाश अवधि का सदुपयोग करते हुए बच्चों को सुरक्षित, स्वस्थ और शिक्षित बनाए रखें।