School Holidays : इस लेख मै मैं आपको स्कूल बंद के बारे मै बताने वाला हु तो चलो कश्मीर घाटी, जिसे आमतौर पर अपने ठंडे मौसम और सुहावने वातावरण के लिए जाना जाता है, इस बार भीषण गर्मी की चपेट में है। लगातार बढ़ते तापमान और हीटवेव जैसी स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद करने का फैसला किया है। यह निर्णय छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।ऐसा पहिली बार हुवा है 17 – 18 सालों मै आइये आगे पढ़ते है .
23 जून से 7 जुलाई तक रहेंगे स्कूल बंद
कश्मीर मैं लोग बोहोत ही डरे हुई है ,कश्मीर संभाग के स्कूल शिक्षा निदेशक द्वारा शनिवार को एक आधिकारिक आदेश जारी किया गया, जिसमें कहा गया है कि घाटी में सभी सरकारी और मान्यता प्राप्त निजी हायर सेकेंडरी स्कूलों में 23 जून 2025 से 7 जुलाई 2025 तक ग्रीष्मकालीन अवकाश रहेगा। स्कूल अब 8 जुलाई को दोबारा खुलेंगे।
केवल हायर सेकेंडरी स्कूलों पर लागू होगा आदेश
इस आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि छुट्टियां केवल उन्हीं स्कूलों पर लागू होंगी जो हायर सेकेंडरी स्तर (11वीं और 12वीं कक्षा) पर संचालित हैं। साथ ही ये स्कूल या तो सरकार द्वारा संचालित हैं या मान्यता प्राप्त निजी स्कूल हैं। प्राथमिक और मिडिल स्कूलों के लिए यह छुट्टियां फिलहाल लागू नहीं की गई हैं।
हीटवेव ने बढ़ाई घाटी में परेशानी
कश्मीर घाटी में इन दिनों असामान्य गर्मी देखने को मिल रही है। श्रीनगर में शुक्रवार को दिन का तापमान 35.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 6.3 डिग्री अधिक था। यह पिछले दो दशकों का सबसे गर्म दिन बन गया। इससे पहले कश्मीर में इतनी गर्मी का अनुभव बहुत ही कम देखने को मिला था।
रात के तापमान ने भी तोड़े रिकॉर्ड
न केवल दिन में, बल्कि रात में भी तापमान सामान्य से बहुत अधिक रहा। श्रीनगर में शुक्रवार रात न्यूनतम तापमान 23.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जो 1990 के बाद से सबसे अधिक था। इससे पहले जून महीने में सबसे ज्यादा रात्रि तापमान 24.6 डिग्री सेल्सियस 1978 में दर्ज किया गया था।
अन्य जिलों में भी गर्मी का असर
श्रीनगर के साथ-साथ घाटी के अन्य इलाकों में भी गर्मी का असर महसूस किया गया।
पहलगाम में रात का तापमान 16.8 डिग्री रहा, जो अब तक का तीसरा सबसे गर्म जून का रिकॉर्ड है।
कोकरनाग में 20.4 डिग्री और
कुपवाड़ा में 21.1 डिग्री दर्ज किया गया, जो कि गर्म रातों में गिने गए हैं।
यह दर्शाता है कि सिर्फ दिन ही नहीं, रातें भी अब कश्मीर में गर्म हो रही हैं।
जलवायु परिवर्तन है बढ़ते तापमान की बड़ी वजह
विशेषज्ञों का मानना है कि कश्मीर घाटी में हो रहे इस तरह के असामान्य तापमान में वृद्धि का मुख्य कारण जलवायु परिवर्तन है। पहले जहां इस क्षेत्र में गर्मी बहुत हल्की होती थी, वहीं अब हीटवेव जैसे हालात बन रहे हैं। तापमान में यह तेजी से वृद्धि न केवल पर्यावरण के लिए, बल्कि लोगों के स्वास्थ्य के लिए भी खतरे का संकेत है।
स्कूल बंद करने का फैसला क्यों जरूरी था?
बढ़ती गर्मी और उच्च तापमान की वजह से छात्रों और शिक्षकों की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता था। खासकर छोटे बच्चे और वरिष्ठ शिक्षक गर्मी की मार से ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं। ऐसे में यह फैसला न केवल समझदारी भरा है बल्कि जनहित में लिया गया आवश्यक कदम है